राजस्थान सरकार ने जो पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की है उसके फायदे क्या है और एनपीएस के क्या नुकसान है
में आपको अपडेट करने जा रहा हूं ओल्ड पेंशन स्कीम
के बारे में जी हां दोस्तों जैसे कि मेरे बहुत सारे दोस्तों का सवाल है कि राजस्थान सरकार ने जो पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल किया है केंद्र
सरकार और दूसरे राज्यों पर भी बहाली का दबाव बढ़ने वाला है राजस्थान सरकार ने जो पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की है उसके फायदे
क्या है और एनपीएस के क्या नुकसान है
इस जानकारी को आप विडिओ देख कर भी समझ सकते है
राजस्थान की सरकार के द्वारा राज्य में फिर से पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के बाद केंद्र सरकार और दूसरे राज्य सरकार के
कर्मचारियों की तरफ से पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग जोर पकड़ सकती है जो पुरानी पेंशन स्कीम में क्या कुछ खास है आखिर
क्यों इसकी मांग उठाई जा रही है इस चीज को हम लोग बिल्कुल डिटेल में जानेंगे तो राजस्थान की सरकार ने राज्य में फिर से पुरानी पेंशन
योजना को बहाल किया है तो इसके पीछे कुछ न कुछ राज है जिसके बाद देश के बाकी राज्यों में भी यह बड़ा मुद्दा बनने वाला है
बाकी राज्य की सभी सरकारी कर्मचारी सरकारों के सामने यह माल बड़ी तेजी से उठाने वाले हैं में हो रहे विधानसभा चुनाव में के
घोषणा पत्र में भी यह दावा किया गया है कि प्रदेश में सरकार बनती है तो पुरानी पेंशन योजना को फिर से बहाल कर दिया जाएगा इसी
तरीके से राजस्थान सरकार की ट्वीट के बाद क्विट यह है हम सभी जानते हैं कि सरकारी सेवाओं से जुड़े कर्मचारी भविष्य के प्रति सुरक्षित
महसूस करें तभी वे सेवाकाल में सुशासन के लिए अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं 1 जनवरी 2004 और उसके पश्चात नियुक्त हुए समस्त
कार्मिकों के लिए मैं आगामी वर्ष पूर्व परिजन योजना लागू करने की घोषणा करता हूं दरअसल देश के कई राज्यों में सरकारी कर्मचारी फिर
से पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के लिए लगातार सरकार पर दबाव बनाए जा रहे हैं
दोस्त सड़कों पर आंदोलन से लेकर कई जगह
संगोष्ठी का आयोजन भी समय-समय पर किया जाता रहा है हाल ही के दिनों में राजनीतिक गलियारे में अगर हम लोग देखें तो पुरानी पेंशन
योजना काफी तूल पकड़ दी जा रही है लघु कर्मचारी आस लगाए हुए हैं कि पुरानी पेंशन योजना फिर से बहाल हो जाए केवल राज्यों की
कर्मचारी ही नहीं बल्कि केंद्रीय कर्मचारी को भी इसका बेहद बेसब्री से इंतजार है सरकार कुछ केंद्रीय कर्मचारियों को न्यू पेंशन स्कीम से
ओल्ड पेंशन स्कीम में ला सकती है इसमें वह कर्मचारी शामिल होंगी हों जिन की भर्ती के विज्ञापन 31 दिसंबर 2003 को या उससे पहले जारी
किए गए थे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसकी सुगबुगाहट शुरू हुई है अब लोग बात करेंगे जो
2004 में बंद हुई थी पुरानी पेंशन स्कीम वह कब और क्यों बंद हुई थी तत्कालीन प्रधानमंत्री जब 2004 में अटल बिहारी वाजपेई की
सरकार थी उन्होंने डिफेंस फोर्स इसको छोड़कर एक अप्रैल 2004 से पुरानी पेंशन स्कीम की जगह पर नई पेंशन योजना को लागू करने
का ऐलान किया था
इस तारीख या उसके बाद जो भी सरकारी नौकरी ज्वाइन करेगा उसे आप अपने वेतन से न्यू पेंशन स्कीम में पेंशन के
लिए योगदान देना जरूरी कर दिया गया केंद्र सरकार ने नई पेंशन योजना लागू की लेकिन इसे राज्यों के लिए अनिवार्य नहीं किया था बाद
में धीरे-धीरे अधिकतर राज्यों ने इसे अपना लिया लेकिन थोड़ी समय के बाद ही नहीं पहचान योजना का विरोध शुरू हो गया अब हम लोग
बात करेंगे आखिर विरोध हो रहा था तो कुछ ना कुछ खामियां जरूर होगी अब आपको बताता हूं ओल्ड पेंशन स्कीम इपीएस और न्यू पेंशन
स्कीम भी क्या अंतर है ओल्ड पेंशन स्कीम की बात करें तो पेंशन के लिए वेतन से कोई कटौती नहीं होती है जबकि एनपीएस में कर्मचारी के
वेतन से 10% बेसिक प्लस महंगाई भत्ता की कटौती की जाती है योजना में जीपीएफ जनरल प्रोविडेंट फंड की शुभ होती है एनपीएस में
जनरल प्रोविडेंट फंड की सुविधा नहीं जोड़ा गया है पुरानी पेंशन योजना ऑफिस एक सुरक्षित पेंशन योजना है
ट्रेजरी के जरिए किया जाता है नई पेंशन योजना शेयर बाजार पर आधारित है बाजार की चाल के आधार पर ही भुगतान होता है बाजार से
मिलने वाले नीचे उन पर कोई गारंटी भी नहीं दी जाती है पेशन योजना यूपीएस में रिटायर अंतिम बेसिक के 50% तक निश्चित पेंशन
मिलती है एनपीएस में रिटायरमेंट के समय निश्चित पेंशन की कोई गारंटी नहीं है इसी वजह से राज्य सरकारों के साथ-साथ केंद्र सरकार के
कर्मचारी भी नई पेंशन योजना का विरोध करते आ रहे हैं पुरानी पेंशन योजना में 6 महीने के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता लागू होता है
एनपीएस में 6 महीने के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता लागू नहीं होता है पुरानी पेंशन योजना ऑफिस में रिचार्ज मिनट के बाद 2000000
रुपए तक छुट्टी मिलती है एनपीएस में रिटायरमेंट के समय ग्रेच्युटी का अस्थाई प्रावधान है
पुरानी पेंशन योजना ऑफिस के दौरान मौत हो
जाती है तो फैमिली पेंशन का भी प्रावधान है एनपीएस में सर्विस के दौरान मौत होने पर फैमिली पेंशन मिलती है लेकिन योजना में जमा पैसे
सरकार जप्त कर लेती है सबसे बड़ा ड्रॉ बैक है न्यू पेंशन स्कीम पुरानी पेंशन योजना ऑफिस में रिटायरमेंट पर जीपीएफ की ब्याज पर
किसी प्रकार इनकम टैक्स नहीं लगता है एनपीएस में रिटायरमेंट पर शेयर बाजार के आधार पर जो भी पैसा मिलेगा उस पर आपको टैक्स
देना पड़ेगा पुरानी पेंशन योजना ऑफिस में रिचार्ज इसमें पेंशन प्राप्ति के लिए जीपीएफ से कोई निवेश नहीं करना पड़ा एनपीएस में
रिटायरमेंट पर पेंशन प्राप्ति के लिए एनपीएस फंड से 40 फ़ीसदी पैसा इन्वेस्ट करना होता है
पुरानी पेंशन योजना में 40 फ़ीसदी पेंशन
कंपटीशन का प्रावधान है एनपीएस में अपराध धाम नहीं है मेडिकल फैसिलिटी एफएम में है लेकिन एनपीएस में स्पष्ट प्रावधान नहीं है दूसरे
दिन करता हूं न्यू पेंशन स्कीम ओल्ड पेंशन स्कीम यश अपयश
में फर्क पता चल गया होगा