स्वयं सहायता समूह के नियम और उसे मे होने वाले काम
स्वयं सहायता समूह के नियम स्वयं सहायता समूह के गठन के बाद चलाने के लिए राष्ट्रीय आजीविका मिशन के एक नियम बनाया जाता है
ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं स्वयं सहायता समूह को इस नियम के आधार पर ही चलती है गठन के बाद समूह सखी स्वयं सहायता
समूह चलाने की नियमावली के बारे में समूह की महिलाओं को अवगत कराती है हम आपको समूह के चलाने की नियमावली क्या है
इसकी पूरी जानकारी एक-एक करके देंगे तो नंबर एक पर है स्वयं सहायता समूह के गठन के बाद नियमित साप्ताहिक बैठक नियमित साप्ताहिक
बैठक स्वयं सहायता समूह के गठन के बाद समूह के नियमावली के अंतर्गत समूह में साप्ताहिक बैठक होना जरूरी है स्वयं सहायता समूह
की महिला प्रत्येक सप्ताह के 1 दिन साप्ताहिक बैठक करते हैं समूह की इस बैठक में समूह की महिलाएं प्रार्थना करने के बाद प्रस्ताव पर
चर्चा करते हैं समूह की बैठक के दौरान महिलाएं साप्ताहिक बचत के रूप में धन एकत्र करते हैं एवं समूह के खाते में उसे जमा करते हैं
जमा किया जाता है प्रस्ताव पर चर्चा होते हैं करते हैं उस पर भी चर्चा है स्वयं सहायता समूह में प्रस्ताव का अर्थ है
स्वयं सहायता समूह के किसी भी महिला के आर्थिक संकट अथवा किसी रोजगार को स्थापित करने के लिए योजना बनाना बैठक के दौरान प्रस्ताव में किसी
समस्या अथवा कोई गृह उद्योग उद्योग लगाने हेतु प्रस्ताव पारित किया जाता है इसके लिए समूह की महिलाओं को राष्ट्रीय आजीविका मिशन
के तहत लोन दिया जाता है स्वयं सहायता समूह की कार्यपुस्तिका दिखना स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बैठक के दौरा न हुई चर्चाओं
और बैठक में बचत किए गए धन की धनराज लेखा-जोखा एक पुस्तक पर लिखते हैं कार्यपुस्तिका पर कार्य करने वाली महिला अध्यक्ष
कोषाध्यक्ष या बुक्कीपर हो सकता है इस कार्य पुस्तिका में बैठक में शामिल हुई महिलाओं के नाम उनके हस्ताक्षर तथा बचत किए गए
धन की धन राशि का लिखा होता है
समूह में कोई नियम बहुमत के आधार पर पारित हुआ बस समूह में बैठक के दौरान कोई भी नियम
अथवा सभी महिलाओं की सहमति पर पारित होगा अर्थात किसी योजना स्वरोजगार के लिए धन एकत्र किया जाना है अथवा लोन लिया
जाना है तो इस पर सभी महिलाएं समान रूप से उसे अपनी सहमति देंगे तभी कोई नियम पारित हो सकता है नंबर 5 है समस्या का
समाधान समूह के सदस्यों द्वारा जो समूह में जितने भी सदस्य होते हैं उन्हीं के द्वारा किया जाता है समूह के किसी भी सदस्य की आर्थिक अथवा
समस्या किसी अन्य प्रकार के विवाद उत्पन्न होने पर समूह के सदस्य आपस में प्रस्ताव
पारित करके विचार विमर्श के द्वारा समस्या का समाधान करेंगे नंबर 6 समूह की बैठक में सही समय पर उपस्थित होने दो तो समय जैसे
कि आप लोग जानते हैं कि समय के साथ जो चलता है वही सफलता पाता है तो समय के साथ उपस्थित होना है कि आपको जो समय दिया
गया है बैठक में आप उसी समय पर उपस्थित हो जाए तो समूह के सदस्यों को एक सुनिश्चित सुनिश्चित करना होगा जिससे समय समूह के
अध्यक्ष कोषाध्यक्ष और सचिव समूह के बैठक में बुलाई बैठक में सही समय पर पहुंचना अनिवार्य होगा समूह की साप्ताहिक बैठक में सही
समय पर ना पहुंचने पर समूह के सदस्य को स्वरूप ₹5 दंड स्वरूप देना होगा जी हां दोस्तों ₹5 धन शुरू देना होगा नंबर 7 और
लास्ट में समूह की सदस्यता निरस्त होना समूह 10 से 12 महिलाओं को मिलाकर बनता है समूह की बैठक में कोई भी सदस्य दीपांशु 6
दिन लगातार समूह की बैठक में उपस्थिति नहीं होती है ऐसी स्थिति में उस सदस्य को समूह से बाहर किया जा सकता है किसी भी समूह के
सदस्य की सदस्यता समाप्त करने पर विचार विमर्श करने के लिए समूह की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें अध्यक्ष कोषाध्यक्ष और सचिव एवं
अन्य समूह के सदस्य विचार विमर्श कर प्रस्ताव पारित करेंगे जी हां दोस्तों के साथ नियम स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए जैसे
आप को फॉलो करना बहुत ही जरूरी है क्योंकि अगर आपने हमसे नहीं चलेंगे तो आप ही का नुकसान होगा और अगर आप नियम से
चलेंगे तो आप लाखों रुपए कमा सकते हैं और अपने आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते हैं
स्वयं सहायता समूहों से ब्यूटी पार्लर का रोजगार शुरू कैसे करें ?
अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो आप इसे सारे ग्रुप में आप शेयर कर दीजिए और अगर आप समूह का गठन
नहीं किए हैं आप हमारे और भी पोस्ट देख कर कर सकते है तो मैं उसका वहां से आप उसकी पूरी जानकारी लीजिए समूह
का गठन कैसे किया जाता है