कोमा में लोग क्यों चले जाते हैं ? कोमा से बचने के उपाय क्या हैं ?
कोमा एक लंबे समय तक बेहोशी मे चले जाना होता है जो विभिन्न प्रकार की समस्याओं के कारण होता दर्दनाक सिर की चोट, दवा या शराब का नशा, या यहां तक कि एक लंबे समयतक चल ने वाली बीमारी है , जैसे कि मधुमेह या एक संक्रमण है कुछ कुछ एसे ही।
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कोमा एक मेडिकल इमरजेंसी है। डॉक्टर आमतौर पर कोमा की वजह से रक्त परीक्षण और एक मस्तिष्क सीटी स्कैन की कोशिश करने का आदेश देते हैं ताकि उचित उपचार शुरू हो सके। दोस्तों इस लेख में मै आपको एक बेहतरीन उपचार बताऊंगा। जिससे कभी किसी को भी कोमा जैसी दुर्गत करने वाली अवस्था में नहीं जाना होगा।
लोगों को कोमा में जाने का क्या कारण है?
कोमा मस्तिष्क की चोटों और मस्तिष्क को प्रभावित करने वाली बीमारियों के कारण हो सकता है। गंभीर सिर आघात मस्तिष्क को खोपड़ी में पीछे और आगे बढ़ने का कारण बन सकता है, रक्त वाहिकाओं और तंत्रिका तंतुओं को फाड़ सकता है, और मस्तिष्क में सूजन पैदा कर सकता है। यह सूजन रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध करती है-और इसके साथ, ऑक्सीजन-मस्तिष्क को। सरल भाषा में जाने तो जब भी आपके शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है तो ब्रेन में दर्द होने लगता है। जिससे ब्रेन और स्पाइनल का संपर्क टूट जाता है। फिर आदमी बेहोश हो जाता है।
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कोई कोमा में कैसे जाता है?
बेहोश होने के बाद या कोमा मे जाने के बाद सामान्य तौर पर मुँह पर पानी की बुँदे मारने से होश आ जाता है। लेकिन जब आदमी को होश नहीं आता है तो समझ लीजिये की ज्यादा समस्या हो सकती है। मतलब ब्रेन काम करना बंद कर देता है। जिसके फलस्वरूप आदमी कोमा में चला जाता है। मगर हर बार एस नहीं होता है|
कोमा से बाहर आने के लक्षण क्या हैं?
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कोमा से बाहर आने के संकेतों में शामिल हैं कि अपनी आँखों को अधिक समय तक और अधिक समय तक खुली रखना और “नींद” से जागृत होना – पहली बार दर्द (चुटकी में), फिर स्पर्श द्वारा (जैसे धीरे से उनके कंधे का हिलना) , और अंत में ध्वनि से (उनके नाम को बुलाकर)।
कोमा से बचने के उपाय क्या हैं ?
1 – हमेशा कमरे के तापमान को बना कर रखें, न ज्यादा गर्मी और न ज्यादा शर्दी को सहन न करें।
2 – जाड़े में कभी बंद कमरे में रूम हीटर को जलाकर छोड़ें नहीं।
3 – कभी भी जब आप असहज महसूस कर रहे हो, थोड़ा उठकर 10 – 20 कदम खुली जगह हवादार में टहल लें।
4 – दोस्तों कभी किसी के साथ गलत हो जाने पर उसको ज्यादा मंथन तुरंत नहीं करना चाहिये।
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