कोमा से बाहर आने के उपाय: जानें कोमा में जाने की वजह और बचाव के तरीके
कोमा में जाने की वजह, कोमा में जाने का तरीका, कोमा से बाहर आने के लक्षण और कोमा से बाहर आने के उपाय ये सभी विषय बहुत महत्वपूर्ण हैं और इन सभी विषयों को समझना बहुत जरूरी है। इस लेख में हम इन सभी विषयों को विस्तार से जानेंगे।
कोमा में जाने की वजह:
कोमा में जाने की वजह कई हो सकती हैं। इसमें शामिल होते हैं सिरदर्द, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, मस्तिष्क की घाव, दुर्घटना, इन्फेक्शन या अन्य घातक रोगों से कोमा हो सकता है। इन सभी समस्याओं के कारण शरीर के अंगों तथा समस्त तंत्र के कार्यों को अधिक नुकसान पहुंचता है। अधिक तनाव, असंतुलित खानपान, जीवनशैली आदि भी कोमा का कारण बन सकते हैं।
कोमा में जाने का तरीका:
कोमा में जाने के लक्षणों के बारे में जानना बहुत जरूरी है। इसमें शामिल होते हैं नींद जैसा अवस्था, गहरी श्वास लेना, बोलने या प्रतिक्रिया न देना, आँखें खुली होती हैं लेकिन उन्हें देख नहीं पाते हैं। कोई भी आवाज या प्रकाश सुनाई नहीं देता है। दूसरे लक्षणों में शामिल हो सकते हैं मस्तिष्क से जुड़ी समस्याएं, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, जिगर की समस्या या एक दुर्घटना।
कोमा से बाहर आने के लक्षण:
कोमा से बाहर आने के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कोमा की वजह क्या है। जब यह वजह ठीक होती है, तो लोग धीरे-धीरे होश में आना शुरू करते हैं। लक्षणों में शामिल हो सकते हैं अचानक आँखें खुलना, धीरे-धीरे होश में आना, बोलने या प्रतिक्रिया देने की क्षमता का बढ़ना, श्वसन तंगी कम होना आदि।
कोमा से बाहर आने के उपाय:
कोमा से बाहर आने के उपाय भी विभिन्न होते हैं और ये उपाय भी वजह और उसकी गंभीरता पर निर्भर करते हैं। कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:-
- स्थायी उपचार: यदि कोमा की वजह समय रहते दूर होती है, तो व्यक्ति को स्थायी उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।
- विशेष उपचार: कुछ विशेष उपचार भी करके आराम पाया जा सकता है।
- फिजियोथेरेपी: यह उपचार व्यक्ति के शारीरिक क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता है। यह उपाय खास रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी होता है जो कोमा से बाहर आने के बाद अपनी शारीरिक क्षमताओं को पुनः प्राप्त करने में सक्षम नहीं होते हैं।
- चिकित्सक द्वारा निर्देशित दवाएं: कुछ दवाएं भी कोमा से बाहर आने के उपाय में शामिल हो सकती हैं। इन दवाओं को चिकित्सक द्वारा निर्देशित किया जाना चाहिए।
- रोजमर्रा की जीवनशैली में बदलाव: अस्वस्थ आहार और अन्य बुरी आदतों से बचना चाहिए जो कोमा से बाहर आने में मदद कर सकते हैं। व्यायाम करने, योग करने, और स्वस्थ खान-पान करने जैसी स्वस्थ जीवनशैली के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।
- सही आराम: खुशबूदार और ठंडे रंगों के कमरे में रहने से शांत और अरामदायक माहौल में रहने में मदद मिलती है।
- दूसरों के संबंधों से जुड़ना: अक्सर लोग कोमा से बाहर आने के लिए मोटिवेट होने में मदद के लिए अपने परिवार और दोस्तों से जुड़ते हैं। यह उनके लिए एक लचीला समय होता है जब वे अपने अपनों को ज्यादा समय देने के लिए बलिदान कर सकते हैं।
- सही संजीवनी उपाय: संजीवनी उपाय यहां शारीरिक गतिविधियों को संभालने और शरीर की ऊर्जा को उत्पन्न करने में मदद करते हैं। इसमें सम्मिलित होने वाले उपाय अधिकतर आहार और पौष्टिक तत्वों पर आधारित होते हैं जैसे कि विटामिन बी12, शरीर के विभिन्न अंगों के लिए अलग-अलग मसाज तक।
यदि कोमा से बाहर आने के उपायों के बावजूद आपको अभी भी कोमा में रहना पड़ता है, तो आपको तुरंत एक चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। इससे बचना महत्वपूर्ण होता है। कोमा से बाहर आने के लिए शीघ्र उपचार की आवश्यकता होती है ताकि समस्या नयी हो नहीं जाए। उपरोक्त उपायों के अलावा कुछ और उपाय भी हो सकते हैं, जैसे कि:-
कोमा की वजह विभिन्न हो सकती हैं जैसे कि सिरदर्द, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, मस्तिष्क की घाव, दुर्घटना, इन्फेक्शन या अन्य घातक रोगों से भी हो सकता है।
कोमे में जाने के तरीके विभिन्न हो सकते हैं, इसमें शामिल हैं – भूलकर लेने वाली दवाएं, अधिक शराब पीना, विभिन्न दवाओं का अधिक सेवन करना, सूखे खाने, अत्यधिक थकान या अन्य समस्याएं।
कोमे से बाहर आने के लक्षण विभिन्न हो सकते हैं, जैसे कि रोगी की आँखें खुल जाती हैं, वह अपने आसपास की चीजों को देख सकता है, वह बोलने या आहट करने की कोशिश करता है, उसे खुशबू आती है और वह आसानी से सांस ले सकता है।
कोमे से बाहर आने के उपाय विभिन्न हो सकते हैं और यह रोगी की स्थिति पर निर्भर करता है। रोगी को संतुलित आहार और पर्याप्त आराम देना चाहिए ताकि उनके शरीर को शक्ति मिल सके। चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवाओं का सेवन और चिकित्सा उपचार भी कोमे से बाहर आने के लिए मदद कर सकती है।