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स्वयं सहायता समूह | Swayam Sahayata Samuh kya hai। What is SHG

स्वयं सहायता समूह क्या होता है? Swayam Sahayata Samuh kya hai?

स्वयं सहायता समूह को SHG भी कहते हैं। SHG का full form = self help group होता है। सेल्फ हेल्प ग्रुप का साधारण सा मतलब आपसी सहायता होता है। सेल्फ हेल्प ग्रुप, स्व-शासित, समूह द्वारा नियंत्रित करते हुए तथा समान सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि वाले लोगों के अनौपचारिक समूहों के ऐसे स्वैच्छिक संगठन होते हैं जिनमें साझा उद्देश्यों की पूर्ति हेतु सामूहिक रूप से कार्य करने की भावना निहित होती है। इन्होंने भारत में (विशेषकर ग्रामीण भारत में) महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है|

आज भारत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं में धन के बचत एवं रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह गठन योजना प्रारंभ की है। स्वयं सहायता समूह को लेकर ज्यादातर लोगों को पता नहीं होता है।

स्वयं सहायता समूह (SHG) कुछ ऐसे लोगों का एक अनौपचारिक समूह होता है जो अपने रहन-सहन की परिस्थितियों में सुधार करने के लिये स्वेछा से एक साथ आते हैं। और एक दूसरे की मदद करके अपनी आजीविका बढ़ाने की कोशिश करते हैं।

सामान्यतः एक ही सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले लोगों का ऐसा स्वैच्छिक संगठन स्वयं सहायता समूह (SHG) कहलाता है, जिसके सदस्य एक-दूसरे के सहयोग के माध्यम से अपनी साझा समस्याओं का समाधान करते हैं। 

SHG स्वरोज़गार और गरीबी उन्मूलन को प्रोत्साहित करने के लिये “स्वयं सहायता” (Self-Employment) की धारणा पर भरोसा करता है। यह एक तरीके का व्यापार हो सकता है।

स्वयं सहायता समूह
स्वयं सहायता समूह

स्वयं सहायता समूह का गठन ग्रामीण क्षेत्र की कम से कम 10 से 12 महिलाएं कर सकती हैं। क्या आपको पता है कि स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और सचिव तीन प्रमुख महिलाएं होती हैं और अन्य महिलाएं सदस्य के रूप में जोड़ी जाती हैं। इसके बाद अपने ब्लॉक स्तर पर जाकर अथवा ऑनलाइन कंप्यूटर या किसी सीएससी जन सेवा केंद्र पर स्वयं सहायता समूह का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। ताकि भविष्य में जो भी सरकारी योजनाएं आये उसका लाभ उठाया जा सके।

 इसके अंतर्गत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की महिलाएं स्वयं सहायता समूह बनाकर वित्तीय लेनदेन जैसे कार्यों को करती रहती हैं। स्वयं सहायता समूह में महिलाएं साप्ताहिक बैठक के दौरान गृह कार्य से कुछ बचत करते हैं। और उस बचत को समूह के नाम से खोले गए खाते में जमा किया जाता है। ताकि एक अच्छी क्रेडिबिलिटी बन सके, इस पर भारत सरकार सामान्य बचत खाते के मुकाबले अधिक ब्याज भी देती है। इसके अलावा स्वयं सहायता समूह से किसी भी उद्यम/व्यापार को लगाने हेतु ऋण दिया जाता है। जोकि बेहद कम व्याज़ दर पर दिया जाता है। स्वयं सहायता समूह का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में शराब और शोषण से मुक्ति पाने के लिए ऐसा किया जाता है।

यदि किसी महिला का पति शराब पीता है और उस महिला के वित्तीय जरूरतों को पूरा नहीं करता है तो वह महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़कर अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकती है। एक अच्छी आमदनी अर्जित कर सकते हैं।

स्वयं सहायता समूह रजिस्ट्रेशन। स्वयं सहायता समूह गठन

आपके राज्य के किसी भी ग्राम में स्वयं सहायता समूह का रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। स्वयं सहायता समूह के गठन के लिए आपको अपने गांव या क्षेत्र की समूह सखी का पता करना होगा। राष्ट्रीय आजीविका मिशन की तरफ से नियुक्त की गई समूह सखी प्रत्येक ग्राम पंचायत या शहरी क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में समूह के गठन का कार्य करती हैं। इसके अलावा यदि आप स्वयं भी समूह गठन का कार्य करना चाहते हैं तो आप कर सकते हैं। Swayam sahayata samuh का गठन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण कराना होगा। पंचसूत्रों को आइये विस्तार से जानते हैं :-

1. स्वयं सहायता समूह गठन के लिए आपको गांव या शहरी क्षेत्र जहां भी आप रहती हैं, वहां पर आपको 10 महिलाओ को समूह में जुड़ने के लिए प्रेरित करना होगा।

2. इसके बाद आपको अपने समूह का नाम रख लेना होगा जैसे, तुलसी प्रेरणा समूह, मां जानकी प्रेरणा समूह आदि।

3. समूह का नाम रख लेने के बाद समूह की महिलाओं को सप्ताह के किसी एक दिन प्रत्येक सप्ताह एक बैठक करनी होगी।

4. बैठक की जानकारी एक रजिस्टर में नोट करनी होगी। और उस रजिस्टर को संभाल कर रखनी होगी।

5. बैठक में जो कुछ हुआ है उसको रजिस्टर में नोट करना होगा, समस्त हिसाब किताब जैसे कि बैठक में कितना धन जमा हुआ। समूह की महिलाओं ने बैठक के दौरान कौन सी नई जानकारी प्राप्त की आदि।

Swayam Sahayata Samuh (SHG) registration online। स्वयं सहायता समूह रजिट्रेशन  ऑनलाइन

स्वयं सहायता समूह का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन भी करवाया जा सकता है। swayam sahayata samuh registration online करने के लिए आप किसी सहज जन सेवा केंद्र csc center अथवा खुद के कंप्यूटर से किया जा सकता है। मोबाइल फोन से भी स्वयं सहायता समूह रजिस्ट्रेशन संभव है। जिस माध्यम से आप अपने आपको सहज महसूस करते हैं कर सकते हैं।

स्वयं सहायता समूह रजिस्ट्रेशन करने के लिए कुछ निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा। नीचे दिए गए विकल्पों के जरिए आप आसानी से स्वयं सहायता समूहों का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

  1. आपको सबसे पहले अपने  कंप्यूटर या मोबाइल फोन में इंटरनेट ऑन करें।
  2. नीचे दिए गए स्वयं सहायता समूह की ऑफिशियल वेबसाइट लिंक को टच/ क्लिक करें।
  3. https://nrlm.gov.in/ या फिर kviconline.gov.in पर जा सकते हैं।
  4. ऊपर दी गई लिंक को जैसे ही आप टच करेंगे आप खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की वेबसाइट पर पहुंच जाएंगे।
  5. इसके बाद वहां पर आपको एक फॉर्म दिखेगा जिससे आपको पूरा भरना होगा।
  6.  फार्म में आपको स्वयं सहायता समूहों का नाम दर्ज करना होगा।
  7. स्वयं सहायता समूह रजिस्ट्रेशन कराने वाले व्यक्ति का नाम और सदस्यों का विस्तृत व्यौरा भी देना होगा।
  8. आपका आधार कार्ड नंबरभी लगेगा।
  9. पैन कार्ड नंबर भी देना होगा।
  10. किसी एजेंसी से आप संसाधनों का रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। Sponsoring Agency का नाम KVIC को चुनना होगा।
  11. आपके राज्य का नाम।
  12. आपके जिले का नाम।
  13. आपके ग्राम का पूरा पता।
  14. इस प्रकार की कुछ जानकारी पूछी जाएंगी। इन जानकारी में आपको जिस जानकारी के सामने * का चिन्ह लगा दिखाई दे उसको भरना अनिवार्य होता है। इसलिए उसे जरूर अच्छी तरीके से भरें।

ऊपर बताई गई प्रक्रिया से आप उत्तर प्रदेश में अथवा अन्य किसी राज्य से आसानी से स्वयं सहायता समूह का रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

Swayam Sahayata Samuh registration | स्वयं सहायता समूह का रजिस्ट्रेशन

ऊपर बताई गई समस्त प्रक्रिया को करने के बाद आपको अपने विकासखड (ब्लॉक) जाकर राष्ट्रीय आजीविका मिशन कार्यालय में संपर्क करना होगा। वहां जाकर आपको राष्ट्रीय आजीविका मिशन के ब्लॉक मिशन मैनेजर BMM से संपर्क करना होगा।

ब्लॉक मिशन मैनेजर (BMM ) के पास जाकर अपने समूह से जुड़ी सभी जानकारी देना होगा जैसे- समूह का नाम, समूह में कितनी महिलाएं शामिल हैं। इसके बाद ब्लॉक मिशन मैनेजर आपको एक समूह गठन के लिए एक पुस्तिका एवं कुछ फॉर्म देगा जिसे भरकर जमा करना होगा।

Swayam sahayata samuh गठन के लिए फॉर्म जमा करने के बाद आपको राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अधिकारियों द्वारा बताई गई बैंक में समूह के नाम से खाता खुलवाना होगा।

अब जब सब काम हो जाये तो खाता खुल जाने के बाद स्वयं सहायता समूह की बैठक में जमा किए गए धन को बैंक खाते में जमा करना होगा।

स्वयं सहायता समूह गठन के बाद आपको अपने समूह को ऑनलाइन चेक करना होगा कि हमारा समूह बना है या नहीं जब तक आपके समूह का नाम ऑनलाइन नहीं पता चल जाता है तब तक आपका समूह का गठन पूरा नहीं होगा।

आपका समूह गठन हुआ है या नहीं इसका पता लगाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और पूरी जानकारी भरें।

स्वयं सहायता ऑनलाइन आवेदन के लिए यहां क्लिक कीजिये।

Swayam sahayata samuh naukari

ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बाद आप राष्ट्रीय आजीविका मिशन की ऑफिशियल वेबसाइट पर चले जाएंगे जिसमें आपको अपना राज्य जिला विकासखंड ग्राम पंचायत का नाम भरकर समूह का पता लगा सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न उत्तर

स्वयं सहायता समूह से आप क्या समझते हैं?

  • स्वयं सहायता समूह समान सामाजिक एवं आर्थिक पृष्ठभूमि वाले 10-20 सदस्यों का एक स्वैछिक समूह है जो-: नियमित रूप से अपनी आमदनी से थोड़ी-थोड़ी बचत करते हैं। व्यक्तिगत राशि को सामूहिक विधि में योगदान के लिए परस्पर सहमत रहते हैं। सामूहिक निर्णय लेते  हैं। सामूहिक नेतृत्व के द्वारा आपसी मतभेद का समाधान करते हैं।

स्वयं सहायता समूह का गठन कैसे होता है?

  • स्वयं सहायता समूह के गठन के बाद बैंक ऋण के लिए भी पात्र हो जाते है, समूह को बैंक से दिए जाने वाले ऋण के लिए कुछ पात्रता को पूरा करना आवश्यक है। विवरण निम्न है – समूह गठन के बाद प्रत्येक सदस्य को अपने पास से कुछ राशि मासिक बचत का किया जाना आवश्य है। सदस्यों के जमा इस राशि से ऋण दिया गया हो।

स्वयं सहायता समूहों को ऋण कैसे मिलता है?

  • स्वयं सहायता समूहों की ऋण अदाएगी अभिप्राय चाहे जो भी उन्हें प्राथमिकता के आधार पर अग्रिम भुगतान मद में शामिल किया जाना है। स्वयं सहायता समूह  ऋण भुगतान को बैंकों द्वारा अपने सेवा क्षेत्र योजना में शामिल करना है। शाखाएं स्वयं सहायता समूहों को ऋण भुगतान हेतु अपना कार्यक्रम तय कर सकती है।

स्वयं सहायता समूह में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

  • स्वयं सहायता समूह में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आपको सबसे पहले अधिकारिक पोर्टल kviconline.gov.in जाना होगा अथवा आप इस डायरेक्ट लिंक के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते है |

Swayam Sahayata Samuh से जुड़ी महिलाओं को क्या प्रदान किया जाता है?

  • राज्य सरकार या फिर केंद्र सरकार द्धारा चलाये जाने वाले सभी प्र का र की सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ Swayam Sahayata Samuh से जुड़ी महिलाओं को प्रदान किया जाता है ताकि उनके उज्ज्वल भविष्य का निर्माण किया जा सकें आदि।

समूह को Swayam Sahayata Samuh का दर्जा देने के लिए क्या करना होगा?

  • इसके बाद आपको अपने समूह को Swayam Sahayata Samuh का दर्जा देने के लिए अपने वार्ड, स द स्य, सरपंच, मुखिया या फिर ब्लॉक अधिकारी से बात करनी होगी जिसके बाद वे ही आपको बतायेगे कि, अब आगे आपको किस प्रकार से क्या करना है ताकि आपके समूह को Swayam Sahayata Samuh का दर्जा मिले और आपका सतत विकास हो आदि।

बेरोजगार महिलाओं के लिए Swayam Sahayata Samuh क्या है?

  • Swayam Sahayata Samuh: यदि आप भी एक बेरोजगार महिला हैं जो कि, ना केवल पुरुषो पर अपनी निर्भरता को समाप्त करना चाहती है बल्कि अपना आ त्म निर्भर सतत विकास करना चाहती है तो हमारा यह आर्टिकल केवल आपके लिए है जिसमे हम आपको विस्तार से Swayam Sahayata Samuh के बारे मे बतायेगे।

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